बागेश्वर धाम, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गढ़ा गांव में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो स्वयंभू हनुमान जी (बालाजी महाराज) के मंदिर और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में प्रेत राज दरबार के लिए जाना जाता है। यहाँ भक्त अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अर्जी लगाते हैं, जो एक विशेष प्रक्रिया के तहत स्वीकार की जाती है। यदि आप बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने की योजना बना रहे हैं, तो यह लेख आपको पूरी प्रक्रिया, नियम, और महत्वपूर्ण टिप्स बताएगा।
बागेश्वर धाम में अर्जी क्या है?
बागेश्वर धाम में अर्जी एक धार्मिक प्रक्रिया है, जिसमें भक्त अपनी समस्या या मनोकामना को बालाजी महाराज के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। यह नारियल को विशेष कपड़े में बांधकर मंदिर में चढ़ाने और प्रेत राज दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मार्गदर्शन में पेशी देने की प्रक्रिया है। अर्जी निःशुल्क है और इसे कोई भी भक्त लगा सकता है।
अर्जी लगाने की प्रक्रिया
1. नारियल और कपड़े की तैयारी
- कपड़े का चयन: अर्जी के लिए नारियल को लाल, पीले, या काले कपड़े में बांधा जाता है। कपड़े का रंग आपकी समस्या पर निर्भर करता है:
- लाल कपड़ा: सामान्य समस्याएँ जैसे नौकरी, स्वास्थ्य, या पारिवारिक मुद्दे।
- पीला कपड़ा: विवाह, प्रेम, या रिश्तों से जुड़ी समस्याएँ।
- काला कपड़ा: प्रेत बाधा, भूत-पिशाच, या गंभीर आध्यात्मिक समस्याएँ।
- तैयारी: एक ताजा नारियल लें, उसे साफ करें, और चुने हुए कपड़े में बांधें। कपड़ा साफ और नया होना चाहिए।
2. धाम पर अर्जी जमा करना
- स्थान: बागेश्वर धाम, गढ़ा, छतरपुर, मध्य प्रदेश (पिन: 471105)।
- समय: मंदिर सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। मंगलवार और शनिवार को प्रेत राज दरबार में अर्जी स्वीकार की जाती है।
- प्रक्रिया: मंदिर परिसर में सेवादारों को अपना नारियल सौंपें। वे आपकी अर्जी को दरबार में प्रस्तुत करेंगे। पंडित धीरेंद्र शास्त/CliffNotesशास्त्री आपकी समस्या का आध्यात्मिक समाधान बताते हैं।
3. पेशी के नियम
- पेशी की अवधि: अर्जी स्वीकार होने के बाद, आपको 21 मंगलवार तक पेशी देनी होती है। यह धाम पर व्यक्तिगत रूप से या घर से हनुमान चालीसा का पाठ करके हो सकता है।
- नियम:
- मांस, मदिरा, लहसुन, और प्याज का सेवन न करें।
- सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
- मंगलवार को उपवास रखें (वैकल्पिक)।
- टिप: यदि आप धाम नहीं आ सकते, तो घर से अर्जी की पेशी पूरी करें और फोन (+917055005553) पर सूचित करें।
महत्वपूर्ण टिप्स
- सही समय चुनें: मंगलवार और शनिवार को धाम पर 1 लाख से अधिक भक्त आते हैं, इसलिए कम भीड़ वाले दिन (सोमवार, बुधवार) चुनें।
- टोकन प्रणाली: मंगलवार को टोकन लेना अनिवार्य हो सकता है। टोल-फ्री नंबर (8800330912) पर जानकारी लें।
- सुरक्षा: भीड़ में कीमती सामान का ध्यान रखें। धाम पर मुफ्त पार्किंग उपलब्ध है।
- ठहरने की व्यवस्था: गढ़ा में 400-800 रुपये में होटल उपलब्ध हैं। अन्नपूर्णा रसोई में निःशुल्क भोजन मिलता है।
- अर्जी की स्थिति: अर्जी की प्रगति जानने के लिए आधिकारिक नंबर पर संपर्क करें।
धाम की विश्वसनीयता और अनुभव
बागेश्वर धाम की आधिकारिक वेबसाइट (bageshwardham.com) और सोशल मीडिया (@bageshwardham) पर लाखों भक्तों के अनुभव साझा किए जाते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथाएं आस्था और संस्कार चैनल पर प्रसारित होती हैं, जो धाम की प्रामाणिकता को दर्शाती हैं। 2023 में 50 लाख से अधिक भक्तों ने धाम का दौरा किया, और कई ने अपनी समस्याओं के समाधान की पुष्टि की।
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना एक सरल और आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो भक्तों को बालाजी महाराज की कृपा प्राप्त करने का अवसर देती है। सही कपड़े में नारियल बांधकर, मंदिर में अर्जी जमा करें, और 21 मंगलवार की पेशी के नियमों का पालन करें। धाम की आधिकारिक वेबसाइट और संपर्क नंबरों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। सही तैयारी और विश्वास के साथ, आप बागेश्वर धाम में अपनी मनोकामना पूरी कर सकते हैं।
संपर्क: अधिक जानकारी के लिए कॉल करें: +917055005553, +917055005554 या टोल-फ्री: 8800330912।
नोट: यात्रा से पहले अर्जी प्रक्रिया और भीड़ की जानकारी bageshwardham.com पर जांच लें।
बागेश्वर धाम जाने के लिए अर्जी कैसे लगे?















