Best Trekking Places Near Pune in Monsoon : मानसून का मौसम आते ही पुणे की पहाड़ियाँ और घाटियाँ हरे-भरे जादुई परिदृश्य में बदल जाती हैं। बारिश की बूंदों के साथ झरनों की गड़गड़ाहट, कोहरे से ढके पहाड़, और प्राचीन किलों की कहानियाँ ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए एक अनोखा रोमांच लेकर आती हैं। अगर आप पुणे में या इसके आसपास रहते हैं और मानसून में ट्रेकिंग का मज़ा लेना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। हम लेकर आए हैं पुणे के पास मानसून में ट्रेकिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ जगहें, जो न सिर्फ SEO फ्रेंडली हैं बल्कि आपके लिए एक यादगार और बजट-फ्रेंडली अनुभव भी बनाएंगी। आइए, इन खूबसूरत ट्रेकिंग डेस्टिनेशन्स की सैर पर चलें!
1. लोहगढ़ किला: शुरुआती ट्रेकर्स का पसंदीदा
लोहगढ़ किला, पुणे से लगभग 60 किमी दूर मालवली में स्थित, मानसून में ट्रेकिंग के लिए एकदम सही है। यह आसान ट्रेक शुरुआती ट्रेकर्स और परिवारों के लिए आदर्श है। बारिश में किले के रास्ते पर बहते झरने और हरी-भरी वादियाँ इसे एक जादुई अनुभव बनाती हैं। किले के ऊपर से आपको सह्याद्री की पहाड़ियों और शिरोटा डैम का शानदार नज़ारा मिलता है।
- कठिनाई स्तर: आसान
- दूरी और समय: पुणे से 60 किमी, 2-3 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: मालवली रेलवे स्टेशन तक लोकल ट्रेन (50-100 रुपये) और स्थानीय ढाबों में कांदा भजिया या वड़ा पाव (50-150 रुपये) का आनंद लें। गेस्टहाउस या होमस्टे 800-1500 रुपये प्रति रात में उपलब्ध हैं।
- कैसे पहुँचें: पुणे से मालवली तक ट्रेन या बस, फिर किले तक पैदल या ऑटो।
- क्या करें: किले की गुफाएँ, पेशवा वाडा, और हनुमान मंदिर देखें। मानसून में झरनों के पास पिकनिक का मज़ा लें।

2. राजमाची किला: प्रकृति और इतिहास का संगम
लोनावाला के पास स्थित राजमाची किला मानसून में ट्रेकिंग के लिए बेहद लोकप्रिय है। यहाँ दो किले हैं – श्रीवर्धन और मनरंजन, जो सह्याद्री की पहाड़ियों में बसे हैं। रास्ते में बहते झरने, घने जंगल, और कोहरे से ढके नज़ारे इसे एक अविस्मरणीय ट्रेक बनाते हैं। कटलधर झरना इस ट्रेक का मुख्य आकर्षण है।
- कठिनाई स्तर: आसान से मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 80 किमी, 3-4 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: उधेवाड़ी गाँव में कैंपिंग (500-1000 रुपये) और स्थानीय भोजन (100-200 रुपये) का मज़ा लें। बस या शेयरिंग टैक्सी से लोनावाला पहुँचें।
- कैसे पहुँचें: लोनावाला तक ट्रेन, फिर उधेवाड़ी गाँव तक ऑटो या पैदल।
- क्या करें: कटलधर झरना, किले के अवशेष, और कैंपिंग का आनंद।
3. कालसुबाई पीक: महाराष्ट्र की सबसे ऊँची चोटी
कालसुबाई, महाराष्ट्र की सबसे ऊँची चोटी (1646 मीटर), पुणे से थोड़ा दूर (180 किमी) है, लेकिन मानसून में इसका रोमांच बेमिसाल है। घने जंगल, बारिश से भरे रास्ते, और शिखर से बादलों के बीच का नज़ारा इसे ट्रेकर्स का स्वर्ग बनाता है। रास्ते में सीढ़ियाँ और रेलिंग इसे शुरुआती ट्रेकर्स के लिए भी सुरक्षित बनाती हैं।
- कठिनाई स्तर: मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 180 किमी, 4-5 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: बारी गाँव में होमस्टे (800-1500 रुपये) और स्थानीय भोजन (100-200 रुपये) उपलब्ध। बस या शेयरिंग टैक्सी से बारी तक पहुँचें।
- कैसे पहुँचें: पुणे से इगतपुरी या नासिक तक बस, फिर बारी गाँव तक टैक्सी।
- क्या करें: कालसुबाई मंदिर दर्शन, सूर्योदय का नज़ारा, और भंडारदरा झील के दृश्य।

4. अंधरबन जंगल ट्रेक: हरे-भरे जंगल का जादू
पुणे से 70 किमी दूर अंधरबन (डार्क फॉरेस्ट) मानसून में जंगल ट्रेकिंग के लिए शानदार है। यह ट्रेक मुलशी डैम के पास शुरू होता है और घने जंगलों, झरनों, और कुंडलिका घाटी के खूबसूरत नज़ारों से होकर गुजरता है। यह शुरुआती और अनुभवी ट्रेकर्स दोनों के लिए उपयुक्त है।
- कठिनाई स्तर: आसान से मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 70 किमी, 4-5 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: ताम्हिणी घाट रोड पर बस से यात्रा (100-200 रुपये) और स्थानीय भोजन (100-150 रुपये) का आनंद। कैंपिंग के लिए टेंट किराए पर लें (500-1000 रुपये)।
- कैसे पहुँचें: पुणे से मुलशी डैम तक बस, फिर ट्रेक शुरू करें।
- क्या करें: कुंडलिका घाटी, भिरा डैम, और जंगल में पक्षी अवलोकन।
5. विसापुर किला: लोहगढ़ का जुड़वाँ
लोहगढ़ के पास स्थित विसापुर किला मानसून में ट्रेकिंग के लिए एक और शानदार जगह है। यह किला लोहगढ़ से थोड़ा ऊँचा है और इसका रास्ता झरनों, गुफाओं, और हरे-भरे जंगलों से होकर गुजरता है। यह ट्रेक थोड़ा चुनौतीपूर्ण है, लेकिन शिखर से सह्याद्री का नज़ारा इसे अविस्मरणीय बनाता है।
- कठिनाई स्तर: मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 60 किमी, 3-4 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: मालवली में गेस्टहाउस (800-1500 रुपये) और स्थानीय भोजन (50-150 रुपये)। भजे गाँव से ट्रेक शुरू करें।
- कैसे पहुँचें: पुणे से मालवली तक ट्रेन, फिर भजे गाँव तक पैदल या ऑटो।
- क्या करें: किले की गुफाएँ, हनुमान मंदिर, और पास की भजे गुफाओं की सैर।
6. देवकुंड झरना: छिपा हुआ रत्न
देवकुंड झरना, भिरा गाँव के पास, मानसून में ट्रेकिंग के लिए एक कम-ज्ञात लेकिन खूबसूरत जगह है। घने जंगलों और नदियों से होकर गुजरता यह ट्रेक आपको एक क्रिस्टल-क्लियर झरने तक ले जाता है, जो तैरने के लिए भी उपयुक्त है। यह शांति और प्रकृति के करीब जाने का शानदार मौका है।
- कठिनाई स्तर: मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 70 किमी, 3-4 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: भिरा गाँव में कैंपिंग (500-1000 रुपये) और स्थानीय भोजन (100-200 रुपये)। बस से भिरा तक पहुँचें।
- कैसे पहुँचें: पुणे से ताम्हिणी घाट रोड के रास्ते भिरा गाँव।
- क्या करें: झरने में तैरना, जंगल की सैर, और फोटोग्राफी।
7. तोरना किला: ऐतिहासिक रोमांच
पुणे से 63 किमी दूर तोरना किला (प्रचंडगढ़) सह्याद्री का सबसे ऊँचा किला है। मानसून में यहाँ का रास्ता हरे-भरे जंगलों और झरनों से भरा होता है। रास्ते में एक अनोखा विंड टनल इसे और रोमांचक बनाता है। यह मध्यम स्तर का ट्रेक इतिहास और प्रकृति प्रेमियों के लिए शानदार है।
- कठिनाई स्तर: मध्यम
- दूरी और समय: पुणे से 63 किमी, 2-3 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: वेल्हे गाँव में होमस्टे (800-1500 रुपये) और स्थानीय भोजन (100-200 रुपये)। बस से वेल्हे तक पहुँचें।
- कैसे पहुँचें: पुणे से वेल्हे गाँव तक बस, फिर ट्रेक शुरू करें।
- क्या करें: किले के अवशेष, विंड टनल, और सूर्यास्त का नज़ारा।
8. सिन्हगढ़ किला: पुणेकरों का पसंदीदा
पुणे से सिर्फ 30 किमी दूर सिन्हगढ़ किला मानसून में स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यह आसान ट्रेक बारिश में थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन शिखर पर गर्म कांदा भजिया और शहर का नज़ारा इसे खास बनाता है।
- कठिनाई स्तर: आसान
- दूरी और समय: पुणे से 30 किमी, 1-2 घंटे का ट्रेक
- बजट टिप्स: स्थानीय ढाबों में भोजन (50-150 रुपये) और बस से यात्रा (50-100 रुपये)। कैंपिंग के लिए टेंट किराए पर लें (500-1000 रुपये)।
- कैसे पहुँचें: पुणे से सिन्हगढ़ तक बस या निजी वाहन।
- क्या करें: लोकमान्य तिलक बंगला, तानाजी कड़ा, और स्थानीय व्यंजनों का आनंद।
मानसून ट्रेकिंग के लिए टिप्स
- सही गियर: वाटरप्रूफ बैकपैक, अच्छी ग्रिप वाले ट्रेकिंग शूज़, और रेनकोट लें।
- सुरक्षा: मौसम का पूर्वानुमान चेक करें और भारी बारिश की चेतावनी से बचें। हमेशा किसी को अपनी ट्रेकिंग योजना बताएँ।
- लीच से बचाव: लंबे मोज़े पहनें और कीट प्रतिरोधक (इन्सेक्ट रिपेलेंट) का उपयोग करें।
- पर्यावरण का ध्यान: कचरा वापस लाएँ और ट्रेल पर लिटरिंग से बचें।

पुणे के पास मानसून में ट्रेकिंग एक ऐसा अनुभव है जो प्रकृति, रोमांच, और इतिहास को एक साथ जोड़ता है। लोहगढ़ और सिन्हगढ़ जैसे आसान ट्रेक से लेकर कालसुबाई और अंधरबन जैसे रोमांचक ट्रेक तक, हर तरह के ट्रेकर के लिए यहाँ कुछ न कुछ है। इन जगहों पर सस्ते होमस्टे, स्थानीय भोजन, और आसान परिवहन आपके बजट को नहीं तोड़ेंगे। तो इस मानसून, अपने ट्रेकिंग शूज़ पहनें, बैकपैक तैयार करें, और सह्याद्री की गोद में एक अविस्मरणीय साहसिक यात्रा पर निकल पड़ें।
क्या आपने इनमें से किसी ट्रेक का अनुभव लिया है? या कोई और खास जगह जानते हैं? हमें कमेंट में बताएँ और अपने दोस्तों के साथ यह ब्लॉग शेयर करें!













