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Boeing Shares Crash: अहमदाबाद क्रैश ने बोइंग को झटका, प्री-मार्केट में शेयरों में भारी गिरावट

On: June 13, 2025 5:08 AM
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Boeing Shares Crash
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12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक दुखद विमान हादसे ने न केवल भारत को झकझोर दिया, बल्कि वैश्विक शेयर बाजार में भी हलचल मचा दी। Boeing Shares Crash की खबरें सुर्खियों में हैं, क्योंकि इस हादसे में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर शामिल था, जिसके बाद बोइंग के शेयरों में प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 8% की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह हादसा एयर इंडिया के फ्लाइट AI171 का था, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। आइए, इस हादसे और इसके शेयर बाजार पर प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।

अहमदाबाद विमान हादसे का विवरण

एयर इंडिया का फ्लाइट AI171, जो बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरने के बाद मेहगनीनगर के रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। विमान ने टेकऑफ के बाद मेडे सिग्नल भेजा, लेकिन इसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया। हादसे में केवल एक यात्री के जीवित बचने की खबर है, जबकि बाकी सभी की मृत्यु हो गई।

बोइंग शेयरों में भारी गिरावट

Boeing Shares Crash की खबर ने निवेशकों में दहशत पैदा कर दी। प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बोइंग के शेयरों में 6.5% से 8% तक की गिरावट देखी गई। यह हादसा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला घातक हादसा है, जिसने कंपनी की सेफ्टी रिकॉर्ड पर सवाल उठाए हैं। इसके अलावा, बोइंग के सप्लायर्स जैसे GE Aerospace और Spirit AeroSystems के शेयरों में भी क्रमशः 2% और 3% की कमी दर्ज की गई। यह गिरावट न केवल बोइंग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि भारतीय एविएशन कंपनियों जैसे इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयरों पर भी असर डाल रही है।

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की सेफ्टी पर सवाल

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, जो 2011 में लॉन्च हुआ था, अब तक अपनी सेफ्टी और फ्यूल एफिशिएंसी के लिए जाना जाता था। यह पहला मौका है जब इस मॉडल का कोई घातक हादसा हुआ है। एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि इस हादसे की वजह बर्ड स्ट्राइक हो सकती है, जिसके कारण विमान को उड़ान भरने में जरूरी शक्ति नहीं मिली। हालांकि, जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, और भारत की Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) के साथ अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञ इसकी जांच में सहयोग कर रहे हैं। हादसे की असल वजह जानने में महीनों या साल भी लग सकते हैं।

बोइंग की पहले से ही बदनामी

बोइंग पहले भी कई विवादों और हादसों के कारण चर्चा में रहा है। 2018 और 2019 में बोइंग 737 मैक्स 8 के दो घातक हादसों ने कंपनी की प्रतिष्ठा को गहरा नुकसान पहुंचाया था। इन हादसों में 346 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद 737 मैक्स को 20 महीनों के लिए ग्राउंड कर दिया गया था। हाल ही में, बोइंग ने इन हादसों के लिए अमेरिकी न्याय विभाग के साथ 1.1 बिलियन डॉलर का समझौता किया था। अहमदाबाद हादसे ने बोइंग पर फिर से सवाल उठाए हैं, जिससे Boeing Shares Crash की खबरें और तेज हो गई हैं।

शेयर बाजार और निवेशकों की प्रतिक्रिया

Boeing Shares Crash ने न केवल बोइंग, बल्कि एविएशन सेक्टर से जुड़ी अन्य कंपनियों के शेयरों को भी प्रभावित किया है। भारतीय बाजार में इंडिगो के शेयर 3.4% और स्पाइसजेट के शेयर 2% गिरे। निवेशकों में डर का माहौल है, क्योंकि यह हादसा बोइंग की सेफ्टी प्रक्रियाओं पर नए सिरे से जांच शुरू कर सकता है। FAA और DGCA जैसी नियामक संस्थाएं इस हादसे की गहन जांच कर रही हैं, जिसके परिणाम बोइंग के भविष्य के ऑर्डर्स और स्टॉक पर और असर डाल सकते हैं।

सामाजिक और मानवीय प्रभाव

यह हादसा केवल आर्थिक नुकसान तक सीमित नहीं है। अहमदाबाद के मेहगनीनगर में विमान के रिहायशी इलाके में गिरने से कई स्थानीय लोगों की भी जान गई। आग और धुएं के कारण राहत कार्यों में मुश्किलें आईं। टाटा ग्रुप, जो एयर इंडिया का मालिक है, ने मृतकों के परिवारों को 86,000 पाउंड की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा, दिल्ली और मुंबई से राहत उड़ानें भी शुरू की गई हैं ताकि पीड़ितों के परिजन अहमदाबाद पहुंच सकें।

भविष्य पर प्रभाव और निष्कर्ष

Boeing Shares Crash की घटना बोइंग के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब कंपनी पेरिस एयर शो जैसे बड़े आयोजनों की तैयारी कर रही थी। यह हादसा न केवल बोइंग की साख को प्रभावित करेगा, बल्कि एविएशन इंडस्ट्री में सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर भी बहस छेड़ सकता है। अगर आप बोइंग के शेयरों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अभी सतर्क रहें और जांच के परिणामों का इंतजार करें। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि सेफ्टी और विश्वास किसी भी कंपनी की नींव होते हैं।

FAQs: Boeing Shares Crash और अहमदाबाद हादसे से जुड़े सवाल

1. अहमदाबाद विमान हादसे में कौन सा विमान शामिल था?
हादसे में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर शामिल था, जो एयर इंडिया का फ्लाइट AI171 था।

2. बोइंग के शेयरों में कितनी गिरावट आई?
प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बोइंग के शेयरों में 6.5% से 8% तक की गिरावट दर्ज की गई।

3. क्या यह बोइंग 787 का पहला हादसा था?
हां, यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला घातक हादसा था।

4. हादसे की जांच कौन कर रहा है?
भारत की Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) के साथ अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञ जांच में सहयोग कर रहे हैं।

5. क्या इस हादसे से अन्य कंपनियों के शेयर भी प्रभावित हुए?
हां, GE Aerospace और Spirit AeroSystems के शेयरों में 2-3% की गिरावट आई, और भारतीय कंपनियों इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयर भी प्रभावित हुए।

6. हादसे में कितने लोग सवार थे?
विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे।

अहमदाबाद विमान हादसे ने न केवल मानवीय क्षति पहुंचाई, बल्कि Boeing Shares Crash के रूप में वैश्विक शेयर बाजार को भी प्रभावित किया। यह घटना बोइंग और एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक चेतावनी है कि सेफ्टी को हमेशा प्राथमिकता देनी होगी।

Anand K.

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