Credit Score 750+ कैसे करें? : क्रेडिट स्कोर किसी व्यक्ति की वित्तीय विश्वसनीयता का एक महत्वपूर्ण मापदंड है, जो लोन स्वीकृति, ब्याज दरें और वित्तीय अवसरों को प्रभावित करता है। भारत में, 750 से अधिक का क्रेडिट स्कोर उत्कृष्ट माना जाता है, जो आपको कम ब्याज दरों और बेहतर लोन शर्तों का लाभ दिला सकता है। लेकिन इसे हासिल करना आसान नहीं है; इसके लिए अनुशासन, जागरूकता और सही वित्तीय आदतों की आवश्यकता होती है। इस लेख में, हम क्रेडिट स्कोर को 750+ तक बढ़ाने के आसान और असरदार तरीके साझा करेंगे।
क्रेडिट स्कोर क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
क्रेडिट स्कोर एक तीन अंकों की संख्या (300 से 900 के बीच) है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय व्यवहार को दर्शाती है। भारत में, CIBIL, Experian, Equifax और CRIF High Mark जैसे क्रेडिट ब्यूरो इस स्कोर की गणना करते हैं। CIBIL की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 750+ स्कोर वाले व्यक्तियों को 90% से अधिक लोन आवेदन स्वीकृत होने की संभावना होती है, और वे 1-2% कम ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण है क्योंकि यह:
- लोन स्वीकृति: होम लोन, पर्सनल लोन, या क्रेडिट कार्ड की स्वीकृति को आसान बनाता है।
- ब्याज दरें: उच्च स्कोर कम ब्याज दरें सुनिश्चित करता है, जिससे EMI का बोझ कम होता है।
- वित्तीय विश्वसनीयता: नियोक्ता और किरायेदार भी क्रेडिट स्कोर की जांच कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले कारक
क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने से पहले, इसके प्रमुख कारकों को समझना जरूरी है:
- पेमेंट हिस्ट्री (35%): समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान।
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR, 30%): क्रेडिट कार्ड की लिमिट का उपयोग कितना करते हैं।
- क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि (15%): आपका क्रेडिट खाता कितना पुराना है।
- क्रेडिट मिक्स (10%): सिक्योर्ड (होम लोन) और अनसिक्योर्ड (क्रेडिट कार्ड) लोन का मिश्रण।
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System: Credit Score 750+ कैसे करें? जानिए आसान और असरदार तरीके (जारी)
क्रेडिट स्कोर को 750+ तक बढ़ाने के आसान और असरदार तरीके
क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने के लिए कुछ व्यावहारिक और प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं। नीचे दिए गए सुझाव विशेषज्ञों की सलाह और CIBIL, पैसाबाज़ार, और RBI की गाइडलाइंस पर आधारित हैं।
1. समय पर EMI और बिल भुगतान करें
पेमेंट हिस्ट्री क्रेडिट स्कोर का सबसे बड़ा कारक है। CIBIL की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक भी EMI चूकने से आपका स्कोर 50-100 अंक तक कम हो सकता है। इसलिए:
- ऑटो-डेबिट सेट करें: क्रेडिट कार्ड बिल और EMI के लिए ऑटो-डेबिट सुविधा सक्षम करें।
- रिमाइंडर का उपयोग: कैलेंडर या बैंकिंग ऐप्स पर रिमाइंडर सेट करें।
- छोटे बिल नजरअंदाज न करें: टेलीकॉम या यूटिलिटी बिल की चूक भी क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकती है।
2. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR) को कम रखें
CUR आपकी क्रेडिट लिमिट का उपयोग दर्शाता है। पैसाबाज़ार के विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि CUR को 30% से कम रखना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है, तो 30,000 रुपये से अधिक खर्च न करें।
- नियमित रूप से बैलेंस चेक करें: क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट की जांच करें।
- लिमिट बढ़ाने का अनुरोध करें: यदि आपकी आय बढ़ी है, तो बैंक से क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के लिए कहें।
- एक से अधिक कार्ड का उपयोग: खर्च को कई कार्ड्स में बांटने से CUR कम रहता है।
3. पुराने क्रेडिट खातों को बनाए रखें
लंबी क्रेडिट हिस्ट्री आपके स्कोर को बेहतर बनाती है। पुराने क्रेडिट कार्ड या लोन खातों को बंद करने से बचें, क्योंकि यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि को कम कर सकता है।
- निष्क्रिय कार्ड का उपयोग करें: हर 3-6 महीने में छोटी खरीदारी करें और समय पर भुगतान करें।
- बंद करने से पहले विचार करें: पुराने कार्ड को बंद करने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
4. क्रेडिट मिक्स का ध्यान रखें
सिक्योर्ड (होम लोन, कार लोन) और अनसिक्योर्ड (क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन) लोन का संतुलित मिश्रण आपके स्कोर को बेहतर बनाता है। लेकिन, बहुत सारे अनसिक्योर्ड लोन लेने से बचें, क्योंकि इनकी ब्याज दरें अधिक होती हैं।
- सिक्योर्ड लोन पर विचार करें: यदि आप होम लोन लेने की स्थिति में हैं, तो यह आपके स्कोर को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
- नए लोन सीमित करें: एक साथ कई लोन आवेदन करने से क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
5. क्रेडिट स्कोर नियमित रूप से जांचें
CIBIL, Experian, और Equifax मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट प्रदान करते हैं। साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांचें।
- त्रुटियों की पहचान करें: गलत जानकारी, जैसे गलत लोन राशि या भुगतान स्थिति, को सुधारने के लिए ब्यूरो से संपर्क करें।
- CIBIL डिस्प्यूट रिज़ॉल्यूशन: CIBIL की वेबसाइट पर डिस्प्यूट रिज़ॉल्यूशन फॉर्म भरकर त्रुटियां ठीक करवाएं।
6. अनावश्यक क्रेडिट पूछताछ से बचें
हर बार जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, बैंक एक हार्ड इंक्वायरी करता है, जो आपके स्कोर को 5-10 अंक तक कम कर सकता है।
- सॉफ्ट इंक्वायरी चुनें: लोन की पात्रता जांचने के लिए सॉफ्ट इंक्वायरी का उपयोग करें, जो स्कोर को प्रभावित नहीं करती।
- एक साथ कई आवेदन न करें: कम से कम 6 महीने का अंतर रखें।

7. डेट कंसॉलिडेशन और बैलेंस ट्रांसफर
यदि आपके पास कई उच्च-ब्याज वाले लोन हैं, तो डेट कंसॉलिडेशन पर विचार करें। पैसाबाज़ार और बजाज फिनसर्व जैसे प्लेटफॉर्म कम ब्याज दरों पर बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा देते हैं।
- कम ब्याज दर वाला लोन लें: उच्च-ब्याज क्रेडिट कार्ड बकाया को कम ब्याज दर वाले पर्सनल लोन में बदलें।
- प्री-पेमेंट: यदि आपके पास अतिरिक्त धनराशि है, तो उच्च-ब्याज लोन को जल्दी चुकाएं।
RBI और विशेषज्ञों की सलाह
RBI ने 2024 और 2025 में वित्तीय जागरूकता पर जोर दिया है, खासकर अनधिकृत लोन ऐप्स से बचने की सलाह दी है। आज तक की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई फर्जी ऐप्स उच्च ब्याज दरों और छिपे शुल्कों के साथ लोन देते हैं, जो क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। RBI की “RBI कहता है” पहल के तहत, केवल RBI-अधिकृत बैंकों या NBFC से लोन लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, पैसाबाज़ार और कोटक बैंक जैसे विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय अनुशासन और नियमित मॉनिटरिंग जरूरी है।
क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के लिए अतिरिक्त टिप्स
- इमरजेंसी फंड बनाएं: 3-6 महीने के खर्च के लिए इमरजेंसी फंड रखें, ताकि EMI चूकने की स्थिति न आए।
- क्रेडिट कार्ड का सावधानी से उपयोग: केवल जरूरी खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें और बिलिंग साइकिल के भीतर भुगतान करें।
- लोन डिफॉल्ट से बचें: डिफॉल्ट करने पर क्रेडिट स्कोर में भारी गिरावट हो सकती है और रिकवरी एजेंट की परेशानी बढ़ सकती है।
- वित्तीय सलाह लें: सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) से सलाह लेकर अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करें।
क्रेडिट स्कोर के मिथक और सच्चाई
- मिथक: क्रेडिट स्कोर की जांच करने से स्कोर कम होता है।
सच्चाई: सॉफ्ट इंक्वायरी (स्वयं की जांच) स्कोर को प्रभावित नहीं करती। - मिथक: क्रेडिट कार्ड बंद करने से स्कोर बेहतर होता है।
सच्चाई: पुराने कार्ड बंद करने से क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो सकती है, जो स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती है। - मिथक: उच्च आय से क्रेडिट स्कोर बढ़ता है।
सच्चाई: आय स्कोर का हिस्सा नहीं है; भुगतान व्यवहार और क्रेडिट मिक्स ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
750+ का क्रेडिट स्कोर हासिल करना असंभव नहीं है, बशर्ते आप वित्तीय अनुशासन और सही रणनीतियों का पालन करें। समय पर भुगतान, कम CUR, और नियमित क्रेडिट स्कोर की जांच जैसे कदम आपके स्कोर को तेजी से बेहतर बना सकते हैं। RBI और विशेषज्ञों की सलाह का पालन करें, और अनधिकृत लोन ऐप्स से सावधान रहें। यदि आप अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं, तो आज से ही इन सुझावों को लागू करें। अधिक जानकारी के लिए, CIBIL, पैसाबाज़ार, या अपने बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें।















