Global Market : वैश्विक बाजार आज, 2 सितंबर 2025 को, कई महत्वपूर्ण आर्थिक और भू-राजनीतिक कारकों से प्रभावित हो रहा है। यह वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक परिवर्तनकारी दौर रहा है, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), व्यापार नीतियाँ, और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ बाजारों को आकार दे रही हैं। इस लेख में, हम आज के वैश्विक बाजार के रुझानों, प्रमुख सूचकांकों की स्थिति, और निवेशकों के लिए अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे, ताकि एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान किया जा सके।
Global Market का वर्तमान परिदृश्य
Global Market : 2 सितंबर 2025 को, वैश्विक बाजार मिश्रित रुझानों के साथ कारोबार कर रहे हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, एशियाई बाजार आज सुबह ज्यादातर कमजोर खुले, क्योंकि निवेशक अमेरिका की एक संघीय अपील अदालत के उस फैसले का आकलन कर रहे हैं, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की “पारस्परिक टैरिफ” नीतियों को गैरकानूनी घोषित किया गया। यह फैसला 1 सितंबर 2025 को आया, जिसने वैश्विक व्यापार नीतियों पर अनिश्चितता को कम करने में मदद की। इसके अलावा, इस सप्ताह महत्वपूर्ण अमेरिकी श्रम डेटा, विशेष रूप से शुक्रवार को आने वाली रोजगार रिपोर्ट, निवेशकों के ध्यान का केंद्र है।
प्रमुख सूचकांकों की स्थिति
- अमेरिका: अमेरिकी बाजार, जैसे S&P 500 और नैस्डैक, हाल ही में रिकॉर्ड ऊँचाइयों पर पहुँचे हैं। हालांकि, 2 सितंबर को अमेरिकी बाजार लेबर डे अवकाश के कारण बंद हैं, जिसके परिणामस्वरूप कारोबार की मात्रा कम रहने की उम्मीद है। S&P 500 के लिए जे.पी. मॉर्गन का लक्ष्य 2025 के लिए 6,500 है, जिसमें प्रति शेयर आय $270 होने का अनुमान है।
- एशिया: जापान का निक्केई 225 आज 42,362 पर कमजोर खुला, जो पिछले बंद 42,718.47 से कम है। दक्षिण कोरिया का कोस्पी भी नीचे कारोबार कर रहा है, जो अमेरिकी टैरिफ फैसले और स्थानीय नीतिगत अनिश्चितताओं से प्रभावित है।
- यूरोप: यूरोपीय बाजार हाल के महीनों में आश्चर्यजनक रूप से मजबूत रहे हैं, जिसमें ग्रीस, पोलैंड, और चेक गणराज्य जैसे देशों ने 2025 में अब तक सबसे अधिक लाभ दर्ज किया है। MSCI ऑल कंट्री वर्ल्ड इंडेक्स, जो 2,500 से अधिक विकसित और उभरते बाजारों के स्टॉक्स को मापता है, इस साल 10% की वृद्धि के साथ 4 जुलाई को रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँचा।
- भारत: भारतीय बाजार, जैसे सेंसेक्स और निफ्टी, आज मामूली वृद्धि के साथ कारोबार कर रहे हैं। सेंसेक्स 343.39 अंक या 0.42% बढ़कर 81,650.24 पर और निफ्टी 101 अंक या 0.41% बढ़कर 24,971.10 पर है। आईटी स्टॉक्स, जैसे एमफैसिस, और अन्य क्षेत्रों में मजबूती देखी जा रही है।
प्रमुख रुझान
1. कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का प्रभाव
2025 में, एआई वैश्विक बाजारों का एक प्रमुख चालक बन चुका है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अनुसार, एआई और डेटा सेंटर्स की मांग ने ऊर्जा खपत को बढ़ाया है, जो 2030 तक वैश्विक ऊर्जा मांग का 3% से अधिक हो सकता है। नvidia और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियाँ, जिनकी बाजार पूंजी $4 ट्रिलियन को पार कर चुकी है, एआई क्रांति का नेतृत्व कर रही हैं। हालांकि, एआई से संबंधित नौकरियों में कटौती भी देखी गई है, क्योंकि कंपनियाँ इस तकनीक में निवेश को प्राथमिकता दे रही हैं।
2. व्यापार और टैरिफ नीतियाँ
2025 में वैश्विक बाजारों पर सबसे बड़ा प्रभाव अमेरिकी टैरिफ नीतियों का रहा है। अप्रैल 2025 में शुरू हुआ “ट्रम्प स्लम्प”, जिसमें ट्रम्प की “लिबरेशन डे” टैरिफ घोषणा ने वैश्विक स्टॉक बाजारों में भारी बिकवाली को ट्रिगर किया, अब तक का सबसे बड़ा बाजार पतन था। हालांकि, मई और जून में अमेरिका और चीन के बीच अस्थायी व्यापार समझौतों ने बाजारों को स्थिर किया, जिसके परिणामस्वरूप S&P 500 और नैस्डैक 27 जून को रिकॉर्ड ऊँचाइयों पर बंद हुए।
3. सतत विकास
सतत विकास और हरित अर्थव्यवस्था 2025 में वैश्विक बाजारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। डब्ल्यूईएफ की रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन और हरित अर्थव्यवस्था अब लगभग आधे नियोक्ताओं की कार्यबल रणनीतियों को प्रभावित कर रही है। नवीकरणीय ऊर्जा और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र निवेशकों के लिए आकर्षक बन रहे हैं।
4. भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ
भू-राजनीतिक तनाव, जैसे यूक्रेन और इजरायल-गाजा संघर्ष, वैश्विक बाजारों पर दबाव डाल रहे हैं। डब्ल्यूईएफ ने 2025 में राज्य-आधारित सशस्त्र संघर्ष को सबसे बड़ा जोखिम बताया है। इसके अलावा, जर्मनी में चांसलर ओलाफ शोल्ज़ की गठबंधन सरकार का पतन और यूरोपीय संघ में अनिश्चितता ने यूरोपीय बाजारों में अस्थिरता बढ़ा दी है।
अवसर
- उभरते बाजार: भारत और मध्य पूर्व जैसे उभरते बाजार निवेश के लिए आकर्षक हैं। पीडब्ल्यूसी के अनुसार, भारत में विलय और अधिग्रहण (M&A) गतिविधियाँ 18% बढ़ी हैं।
- प्रौद्योगिकी क्षेत्र: एआई और सॉफ्टवेयर क्षेत्र उच्च विकास की संभावना रखते हैं। छोटी और मध्यम आकार की एआई कंपनियाँ अब बाजार में नेतृत्व कर रही हैं।
- अंतरराष्ट्रीय विविधीकरण: चार्ल्स श्वाब के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्टॉक्स 2025 में S&P 500 से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, जिससे निवेशकों को विविधीकरण का अवसर मिलता है।
चुनौतियाँ
- मुद्रास्फीति: वैश्विक मुद्रास्फीति 2025 में 4.5% तक कम होने की उम्मीद है, लेकिन यह अभी भी कई अर्थव्यवस्थाओं के लिए चुनौती है।
- रोजगार परिवर्तन: डब्ल्यूईएफ के अनुसार, 2025 से 2030 तक 22% नौकरियाँ संरचनात्मक श्रम बाजार परिवर्तनों से प्रभावित होंगी।
- टैरिफ और व्यापार युद्ध: अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और अन्य टैरिफ नीतियाँ आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर रही हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
- विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो में उभरते बाजारों और अंतरराष्ट्रीय स्टॉक्स को शामिल करें।
- प्रौद्योगिकी और सतत निवेश: एआई और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश करें।
- जोखिम प्रबंधन: भू-राजनीतिक और नीतिगत अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए जोखिम प्रबंधन रणनीतियाँ अपनाएँ।
- बाजार निगरानी: विश्वसनीय स्रोतों से नवीनतम बाजार डेटा का अनुसरण करें।
2 सितंबर 2025 को, वैश्विक बाजार एक जटिल लेकिन अवसरों से भरे परिदृश्य में कारोबार कर रहे हैं। एआई, सतत विकास और व्यापार नीतियाँ बाजारों को आकार दे रही हैं, जबकि भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ और मुद्रास्फीति चुनौतियाँ पेश कर रही हैं। निवेशकों के लिए, सूचित निर्णय और विविधीकरण महत्वपूर्ण हैं। वैश्विक बाजार की गत
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