IEX Share Price: भारतीय ऊर्जा विनिमय (Indian Energy Exchange, IEX) भारत का अग्रणी पावर एक्सचेंज है, जो बिजली, नवीकरणीय ऊर्जा, और प्रमाणपत्रों के लिए एक स्वचालित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। 2007 में स्थापित, IEX ने भारत के पावर सेक्टर में पारदर्शिता और दक्षता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज, 24 जुलाई 2025 को, IEX के शेयर की कीमतें चर्चा का विषय बनी हुई हैं, विशेष रूप से नए नियामक परिवर्तनों के कारण।
आज की IEX शेयर कीमत (24 जुलाई 2025)
IEX Share Price: X पर उपलब्ध नवीनतम पोस्ट और वेब स्रोतों के अनुसार, 24 जुलाई 2025 को IEX के शेयर की कीमत NSE पर ₹150.30 पर लोअर सर्किट पर पहुंच गई, जो पिछले बंद भाव ₹187.90 से 15% की गिरावट दर्शाता है। यह गिरावट सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) द्वारा जनवरी 2026 से डे-अहेड मार्केट (DAM) के लिए मार्केट कपलिंग नियम लागू करने की घोषणा के बाद आई। @BharatStockLive के अनुसार, इस नियम से IEX की मूल्य निर्धारण शक्ति और बाजार हिस्सेदारी (लगभग 85% स्पॉट मार्केट में) पर असर पड़ सकता है। बाजार पूंजीकरण वर्तमान में ₹16,750 करोड़ है, जो इसे मिड-कैप कंपनी के रूप में वर्गीकृत करता है।
पिछले 52 हफ्तों में, IEX का शेयर ₹134.15 के निम्नतम और ₹244.40 के उच्चतम स्तर पर रहा। हालांकि, पिछले एक साल में इसने 7.72% की वृद्धि दिखाई, लेकिन हाल के छह महीनों में यह 10.2% गिरा है।
IEX की वित्तीय स्थिति
IEX ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में मजबूत प्रदर्शन दिखाया। मार्च 2025 तिमाही में, कंपनी ने ₹117.11 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही से 21.13% अधिक है। राजस्व में 17.29% की वृद्धि हुई, जो ₹142.25 करोड़ थी। पूरे वर्ष के लिए, शुद्ध लाभ 22.35% बढ़कर ₹429.17 करोड़ और राजस्व 19.62% बढ़कर ₹537.26 करोड़ रहा।
कंपनी का रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 38.7% और डिविडेंड पेआउट 53.4% है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक है। यह लगभग कर्ज-मुक्त है, और इसका P/E अनुपात 39.03 है, जो सेक्टर के औसत 76.77 से 49% कम है।
शेयर कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
IEX के शेयर कीमतों पर कई कारक प्रभाव डाल रहे हैं:
- मार्केट कपलिंग नियम: CERC द्वारा जनवरी 2026 से लागू होने वाला मार्केट कपलिंग नियम सभी पावर एक्सचेंजों (IEX, PXIL, और HPX) के लिए एक समान मूल्य निर्धारण लागू करेगा। इससे IEX की प्रतिस्पर्धी बढ़त कम हो सकती है, क्योंकि इसका यूनिक बिजनेस मॉडल प्रभावित होगा। @MoneycontrolH और @AsianetNewsHN ने बताया कि इस घोषणा के बाद शेयर 15% गिरकर लोअर सर्किट पर पहुंच गया।
- प्रतिस्पर्धा: PXIL और HPX जैसे प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। MCX के साथ IEX का तीन साल का समझौता बिजली डेरिवेटिव्स के लिए राजस्व बढ़ा सकता है, लेकिन मार्केट कपलिंग इसका प्रभाव कम कर सकता है।
- वॉल्यूम वृद्धि: IEX ने Q1 FY26 में 15% सालाना वॉल्यूम वृद्धि दर्ज की, जिसमें 32,382 मिलियन यूनिट बिजली का कारोबार हुआ। रिन्यूएबल एनर्जी सर्टिफिकेट्स (RECs) में 149% की वृद्धि और ग्रीन मार्केट में 95% की वृद्धि हुई। यह मजबूत प्रदर्शन निवेशक विश्वास को बढ़ाता है।
- नियामक और नीतिगत जोखिम: नियामक परिवर्तन, जैसे कि CERC के नियम, IEX के लिए अनिश्चितता पैदा करते हैं। हालांकि, ग्रीन एनर्जी और डेरिवेटिव्स मार्केट में विस्तार इसके भविष्य को मजबूत कर सकता है।
IEX में निवेश: क्या यह सही समय है?
IEX में निवेश के कुछ प्रमुख पहलू:
- मजबूत फंडामेंटल्स: IEX का ROE 38.7%, कर्ज-मुक्त स्थिति, और 53.4% डिविडेंड पेआउट इसे आकर्षक बनाता है। Q1 FY26 में 15% वॉल्यूम वृद्धि और REC ट्रेडिंग में 149% की बढ़ोतरी इसके विकास को दर्शाती है।
- नियामक जोखिम: मार्केट कपलिंग नियम IEX की बाजार हिस्सेदारी को प्रभावित कर सकता है। @vishal_susheel ने सुझाव दिया कि निवेशक “गिरते चाकू” से बचें और ₹151 के समर्थन स्तर पर नजर रखें।
- तकनीकी विश्लेषण: शेयर 50-DMA के करीब और 200-DMA से 7% ऊपर ट्रेड कर रहा है। RSI 69 मजबूत गति दर्शाता है, लेकिन हाल की गिरावट इसे जोखिम भरा बनाती है। समर्थन ₹151 और प्रतिरोध ₹185 पर है।
- विविधीकरण: IEX को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना जोखिम को कम कर सकता है, लेकिन नियामक अनिश्चितता को ध्यान में रखें।
निवेश से पहले, प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और अपनी जोखिम सहनशीलता का मूल्यांकन करें।
IEX का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
IEX ने 2008 में डे-अहेड मार्केट (DAM) में ट्रेडिंग शुरू की और तब से यह भारत के पावर एक्सचेंज मार्केट में 98% से अधिक हिस्सेदारी रखता है। पिछले पांच वर्षों में, इसने मजबूत वृद्धि दिखाई, जिसमें 2024-25 में 20% राजस्व वृद्धि और 22% लाभ वृद्धि शामिल है। हालांकि, मार्केट कपलिंग जैसे नियामक परिवर्तनों ने हाल के महीनों में इसकी शेयर कीमतों को प्रभावित किया है।
24 जुलाई 2025 को, IEX के शेयर मार्केट कपलिंग नियम की घोषणा के बाद ₹150.30 पर लोअर सर्किट पर पहुंच गए। मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और वॉल्यूम वृद्धि के बावजूद, नियामक जोखिम इसकी कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं। निवेशक बाजार के रुझानों, तकनीकी स्तरों, और विशेषज्ञ सलाह पर नजर रखें। क्या आप IEX में निवेश की योजना बना रहे हैं? अपनी राय और सवाल नीचे कमेंट में साझा करें, और हमारी वेबसाइट पर अन्य वित्तीय लेखों को पढ़ें।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और वित्तीय सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा है। 24 जुलाई 2025 के डेटा X और विश्वसनीय स्रोतों से लिए गए हैं, जो बदल सकते हैं। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। लेख में त्रुटियों की जिम्मेदारी हमारी नहीं है।










